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-   -   मयंक की मुन्तजिर रौशनी के लिये (http://www.shayri.com/forums/showthread.php?t=66818)

ajay nidaan 23rd August 2009 08:11 PM

मयंक की मुन्तजिर रौशनी के लिये
 
तेरे दाग से मेरे दाग मिलते चले गये
आज दुनिया के लबो पर बदनाम है वो.
---------------------------------------------------------------
शिकस्त का नशा है तेरी आखो मे
आज मैकश ही अपने मै से आये है.
---------------------------------------------------------------
गर हूं मुकिल तेरे दर का हासिल
आज दे टुकडे मे मै तेरे काबिल.
---------------------------------------------------------------
मयंक की मुन्तजिर रौशनी के लिये
वो देते है लमहा हौसलो के लिये.
---------------------------------------------------------------
अब मै नादान सा मयखाने के करीब हूं
ख्वाईश के दर निकला हुआ एक रकीब हूं.
---------------------------------------------------------------
मुन्तजिर नादान सा आंखो मे मैकश के
राज रखे है मै से मै तक दिलकश से.
---------------------------------------------------------------
कर मुन्तजिर मेरे दर्द को अपने लब से
मै तो हर सदी मे ठहरा हू कब से.
---------------------------------------------------------------




Mayank 24th August 2009 09:26 AM

Quote:

Originally Posted by ajay nidaan (Post 364166)
तेरे दाग से मेरे दाग मिलते चले गये
आज दुनिया के लबो पर बदनाम है वो.
---------------------------------------------------------------
शिकस्त का नशा है तेरी आखो मे
आज मैकश ही अपने मै से आये है.
---------------------------------------------------------------
गर हूं मुकिल तेरे दर का हासिल
आज दे टुकडे मे मै तेरे काबिल.
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मयंक की मुन्तजिर रौशनी के लिये
वो देते है लमहा हौसलो के लिये.
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अब मै नादान सा मयखाने के करीब हूं
ख्वाईश के दर निकला हुआ एक रकीब हूं.
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मुन्तजिर नादान सा आंखो मे मैकश के
राज रखे है मै से मै तक दिलकश से.
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कर मुन्तजिर मेरे दर्द को अपने लब से
मै तो हर सदी मे ठहरा हू कब से.
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ajay saahab,

namaste:

aap ke is andaaz ne mujhe la-jawaab kar diya hai.... :)

kahne bohat kuchh hai papr lafz nahii.n mil rahe hai.n...

daad qubool keejiye.. tah-e-dil se shukr-guzaar huu.n

-Mayank

Dhaval 27th August 2009 11:15 PM

ajay jee:

namaste!

aapki ees beHteriN koShiSh ko paRh ke be-Had KhuShii hu'ii.. umdaah aSh'aar..! dil se niklii hu'ii daad ko qabUl keejiye.ngaa...!

KhuSh raheN... apnaa Khayaal raKheN

duaaoN ke saath ijaazat

aapka

~ Dhaval

Saarika386 31st October 2009 06:38 AM

message
 
ajay


excellent kya baat hai



saarika


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