Hi Ashq Aankhon Se Girey
💜 इक ज़रा सी बात पे रिश्ते बिखर गये
हम भी वो नहीं रहे, वो भी बदल गये 💜 गर्दिशे हालत थी या मेरा कुसूर था इक मोड़ आया राह में रास्ते बदल गये 💜 उनको भी तलाश थी शायद बहाने की अपने बनाये उसूलों से हम भी मुकर गये 💜 सोचा था कि जियेंगे तो साथ जियेंगे वो ख़्वाहिशे बदल गई, सपने बदल गये 💜 फिसलती इन राहो पर सँभल रहे थे हम आखिर तो इंसान थे, हम भी फिसल गये 💜 मजबूरियाँ कुछ ऐसी कि बदलना पड़ा हमें दुनियांँ ने यह कहा कि हम सम्भल गये 💜 यार का दामन हमें नसीब कहाँ था जो अश्क आँख से गिरे, मिट्टी में मिल गये 🙏🙏 🙏🙏 |
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