एक शेर
ऐसा लगता तो नहीं है कि बदल जाओगे
फिर भी दुनिया है यहाँ कुछ भी हुआ करता है. प्रशांत वस्ल की ग़ज़ल से एक शेर;सर्वाधिकर सुरक्षित |
All times are GMT +5.5. The time now is 01:20 AM. |
Powered by vBulletin® Version 3.8.5
Copyright ©2000 - 2024, Jelsoft Enterprises Ltd.