खंजर की ये फरियाद__मोहंमदअली’वफा’ -
27th May 2007, 09:09 AM
खंजर की ये फरियाद__मोहंमदअली’वफा’
उठती है तेरे सामने खंजर की ये फरियाद
में कीसी गरीबका सीना क्यों करुं चाक.
मेरे मुअकद्दरमें ही क्युं लीखा खूनका धब्बा
मेरे ही दामन पर क्यों उडायी जाए खाक.
__मोहंमदअली’वफा’
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