3rd April 2017, 11:42 AM
जिस रात के होठों ने कभी,
सपने का माथा चूम लिया
ख़्यालों के पैरों में एक पायल - सी बज रही..उस रात की.....
~अमृता
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.....Sunita Thakur.....
यह कह कर मेरा दुश्मन मुझे हँसते हुए छोड़ गया
....के तेरे अपने ही बहुत हैं तुझे रुलाने के लिए...
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