हम दिल लगा जो बैठे तेरी बेरूख़ी के साथ -
23rd August 2019, 11:17 AM
हम दिल लगा जो बैठे तेरी बेरूख़ी के साथ,
धोखा ही कर दिया, इस ज़िंदगी के साथ
आँखों में तुम ही रहते हो अब चार पहर तक,
चाहे हो गम के साथ, या खुशी के साथ
कोई तेरा फिदाई जो हो, तो क्यूँ हो,
बर्दाश्त नहीं है हमे तू किसी के साथ
वस्ले -फिगार दिल किसी काम का नहीं,
मयकशी के साथ हो या बेखुदी के साथ
इब्रत की कोई फ़िक्र, ना ही धमकियों का ख़ौफ़ ,
गर तुम सा दोस्त है मेरी बेकसी के साथ |
किसीको घर से निकलते ही मिल गयी मंजिल
कोई हमारी तरह उम्र भर सफर में रहा !!
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