7th December 2015, 12:31 PM
जय श्री राधेकृष्ण.........
"क्रोध हवा का वह झोंका है ,
जो बुद्धि के दीपक को बुझा देता है ...!!!"
सुप्रभात...
आपका दिन शुभ हो...
Aapka Apna Ishk
'इश्क' के बदले इश्क चाहना तिजारत है
इज़हार किससे करें महबूब तो दिल में है
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