कैसे कहें कि तुम दिल के करीब हो -
3rd April 2018, 12:10 PM
कैसे कहें कि तुम दिल के करीब हो,
कैसे कहे कि तुम हमारे अज़ीज़ हो,
झूठे हैं क्या दिल को आईना कहने वाले,
दिले तस्वीर नजर आती नहीं तुम्हे।
याद कहाँ होंगी तुमको वो मुलाकातें
फुरकत में डूबी हसरत भरी वो आंखें
कुछ कह्ने को ल्ररजते वो सूखे होठ
और लाचारी भरी वो ठन्डी आहें।
काश ये दिल होता कागज़ की तरह
सांस होती कलम और जज्बात स्याही
पैगाम अपनी हसरतों का फिर हम
भेज सकते तुम्हारी आंखों के सहारे।
हसरतों को हमारी क्यों आप कोसते हैं
बड़ी नज़ाकत से संवारा है हमने इन्हें
शायद एक झूठी आस का सहारा है ये
गुजारनी है ए तन्हा जिंदगानी इन्ही के सहारे
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