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22nd June 2015, 11:26 AM
Quote:
Originally Posted by Mann
अजी रूठकर अब कहा जाईयेगा
जहा जाईयेगा, हमें पाईयेगा
निगाहों से छूपकर दिखाओ तो जाने
ख़यालों में भी तुम ना आओ तो जाने
अजी लाख परदों में छूप जाईयेगा
नज़र आईयेगा, नज़र आईयेगा
जो दिल में है होठों पे लाना भी मुश्किल
मगर उसको दिल में छुपाना भी मुश्किल
नज़र की जुबान से समझ जाईयेगा
समझकर ज़रा गौर फरमाईयेगा
ये कैसा नशा है, ये कैसा असर है
ना काबू में दिल है, ना बस में नज़र है
ज़रा होश आ ले, चले जाईयेगा
ठहर जाईयेगा, ठहर जाईयेगा
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Manno Dear................thanks for beautiful sharing
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.....Sunita Thakur.....
यह कह कर मेरा दुश्मन मुझे हँसते हुए छोड़ गया
....के तेरे अपने ही बहुत हैं तुझे रुलाने के लिए...
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