A Eik ghazal apne India aur Pakistan mein rahte waasion ke naam.
Dono ko azaadi divas ki badhai.
Dua karta hun ki ham aman ke saath wahaan rahein aur milkar aage barhein.
जशने.आज़ादी हिन्द-पाक 2018
तारीख के पन्नों से सबक सीख कर चलें।
अपने पराए में फरक देखकर चलें ।
गोली नहीं मसलों का हल्ल ‘अशक’ ,
हाथ दोस्ती का पेश कर चलें।
जशने.आज़ादी हिन्द-पाक मनाएं दोस्तो।
हम हैं भाई-भाई ना भुलाएं दोस्तो।
गैरों के हाथों में हम खेलें तो खेले क्यूँ,
येह भेद अपने खुद ही मिटाएं दोस्तो।
बादल परिंदे ना हवा सरहद पे रुकें कभी,
हम भी आएं इस तरह और जाएं दोस्तो।
तड़पें हैं दोनो तरफ रूहें दीद के लिये,
तिशनगी ये बरसों की बुझाएं दोस्तो।
बेखौफ हो ‘अश्क’ उड़े अमन की फाख्ता,
ज़मीन पे उकाबों को यूं गिराएं दोस्तो।