ज़िंदगी की हद.!! -
25th February 2014, 11:43 PM
तेरे गेसुओं में रहना मेरी ज़िंदगी की हद है.!
ये और बात है तूने कभी यक़ीन किया नहीं.!!
तेरी खातिर जीना खातिर मरना मेरी ख्वाहिश है.!
पर तूने तो कभी मुझ से प्यार किया ही नहीं.!!
Tere gesuon mein rahna meri zindgi ki had hai.!
Ye aur bat hai tune kabhi yaqeen kiya nahin.!!
Teri khatir jina khatir marna meri khwahish hai.!
Par tune to kabhi mujh se pyaar kiya hi nahin.!!
तेरे दिल की तू ही जान मैं तो अपने दिल की जानता हूँ.!
तुझे होगी मुहब्बत किसी से मैं तुझे अपना रुब्ब मानता हूँ.!!
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