सभी दोस्तों को "राज" का प्यार भरा सलाम, आदाब , नमस्ते , सत-श्री-अकाल .........
एक बार फिर एक नयी कोशिश लेकर आपके सामने हूँ
उम्मीद है आपको जरुर पसंद आएगी.....
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रह-रहकर याद आने लगे है वो
सपनों मे मुझको सताने लगे है वो ,
मैं तो दिवाना हो गया हूँ उनकी चाहत में
और भी ज्यादा दिल में समाने लगे है वो,
उनके बिना कैसे मैं जी रहा हूँ
चाहने वाले को अपने तडपाने लगे है वो,
आँखें उनके सिवाय कुछ भी देखना पसंद नहीं करती
चारों तरफ नजर आने लगे है वो,
हमारी मोहब्बत की हद तो देखिये
धड़कनों से लेकर साँसों तक छाने लगे है वो,
जितना पास आना चाहते है हम उनके
ना जाने क्योँ हमसे दूर जाने लगे है वो,
हमें खबर है कि वो हमसे बहुत प्यार करते है
फिर क्योँ अपने प्यार को "राज" से छुपाने लगे है वो !!
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