Tum mujhe kabhi bhula na paoge -
3rd January 2016, 12:40 PM
'तुम मुझे कभी भुला न पाओगे'
सही तो कहा था उसने
तुम मुझे कभी भुला न पाओगे
कितनी सुबहें बीती
कितनी शामें ढलीं
रातें भी कितनी गुज़री
पर मैं उसे भुला नहीं पाया
अरमानों को अपने सुला नहीं पाया
आज भी
वो ही कसक
वो ही इंतज़ार है
वो ही तड़प
वो ही प्यार है
वो ही प्यार है
वो ही प्यार है...........
एक हाथ में दिल उनके एक हाथ में खंजर था
चेहरे पे दोस्त का मुखौटा अजीब सा मंजर था
सही तो कहा था उसने
तुम मुझे कभी भुला न पाओगे
कितनी सुबहें बीती
कितनी शामें ढलीं
रातें भी कितनी गुज़री
पर मैं उसे भुला नहीं पाया
अरमानों को अपने सुला नहीं पाया
आज भी
वो ही कसक
वो ही इंतज़ार है
वो ही तड़प
वो ही प्यार है
वो ही प्यार है
वो ही प्यार है...........
waahh kya andaaz hai aru saahab................. bahut khoob.
सही तो कहा था उसने
तुम मुझे कभी भुला न पाओगे
कितनी सुबहें बीती
कितनी शामें ढलीं
रातें भी कितनी गुज़री
पर मैं उसे भुला नहीं पाया
अरमानों को अपने सुला नहीं पाया
आज भी
वो ही कसक
वो ही इंतज़ार है
वो ही तड़प
वो ही प्यार है
वो ही प्यार है
वो ही प्यार है...........
Waah! Aru ji....
bahut khoob....
................
.......
..
अर्ज मेरी एे खुदा क्या सुन सकेगा तू कभी
आसमां को बस इसी इक आस में तकते रहे
madhu..
सही तो कहा था उसने
तुम मुझे कभी भुला न पाओगे
कितनी सुबहें बीती
कितनी शामें ढलीं
रातें भी कितनी गुज़री
पर मैं उसे भुला नहीं पाया
अरमानों को अपने सुला नहीं पाया
आज भी
वो ही कसक
वो ही इंतज़ार है
वो ही तड़प
वो ही प्यार है
वो ही प्यार है
वो ही प्यार है...........
Aru bhai...bahut khoob kaha aapne aur aapke kehne ka andaaz bhi hame behad accha lga.
aapke signature meiN jo sher hai, woh bhi qatl sher hai bhai.
aate rha kijiye.
duaoN ke saath
dii
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.....Sunita Thakur.....
यह कह कर मेरा दुश्मन मुझे हँसते हुए छोड़ गया
....के तेरे अपने ही बहुत हैं तुझे रुलाने के लिए...
khanjar hi hai aru bhai aapka signature sher....:
jaane kiss ne mere bhai ko itna dard diyaa hai..
Bhai khushnuma aur roomaani sher bhi lagaya kijiye jaise ke pahle aap likha karte the..