वह जीना सिखा गए -
27th April 2010, 05:48 PM
निशान, गम, जख्म , शिकवा, शिकायत
बहुत दर्द देते हैं यह सब
और कभी कभी
जान भी ले लेते हैं यह सब ....
बहुत कोशिश की ही अब तक खुश रहने की
हर गम हंस कर सहने की
आज उनसे मिला तो जाना
मुस्कराना किसे कहते हैं .....
गम को अपनी जिंदिगी का हिस्सा माना है मैंने
हर वक़्त इसका साथ जाना है मैंने
आज उनसे मिला तो समझा
दर्द को अपनाना किसे कहते हैं .....
कभी सोचा नहीं अपने सफ़र के बारे मैं
हमेश कोशिश की मुसाफिर बन कर रहने की
आज उनसे मिला तो समझा
बस चलते जाना किसे कहते हैं ......
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