उस इकरार-ऎ-खुश्बू मे समाने का इन्तज़ार -
14th August 2009, 06:51 AM
जीवन के फूलो को खिलने का इन्तज़ार
चमन को बहार के आने का इन्तज़ार,
हर शाख पे यौवन की हरियाली
पत्ते-पत्ते को प्यार मिलने का इन्तज़ार,
वो लहराती खुशनुमा हवाओ मे
उनको भी इज़हार करने का इन्तज़ार.
आज खुश्बू ही खुश्बू चमन मे अपने
उस इकरार-ऎ-खुश्बू मे समाने का इन्तज़ार.
Ajay Nidaan (09630819356)
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Kisi ek chehare ki talash me bhatakti rahee zindagi
par mila nahi zindagi ko apni pahchaan ka chehara.
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