काश तू होती किताब सी
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10th August 2021, 04:57 PM
काश तू होती किताब सी
. ऐ ज़िन्दगी
जब जी चाहे तुझे बंद कर...
सुकून से सो लेती
.
काश तू होती किताब सी
. ऐ ज़िन्दगी
जब जी चाहे पन्ने पलटकर
फिर से जी लेती
.
काश तू होती किताब सी
. ऐ ज़िन्दगी
कभी रंग-बिरंगी कभी बेरंग पर
सरल-सीधे पन्नो में सिमटी होती
काश तू होती किताब सी
. ऐ ज़िन्दगी
तुझमें एक गुलाब का फूल छुपाये..
तुझे हमेशा महकाये रखती
.
Mudattein hui
Mulakat hue
.
Suno
Aie
Zindagi
..
Is bar jate jate
.
Jara milti jana
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